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सच्चाई और ईमानदारी की मिशाल।


             आज मै आप लोगो के साथ एक सच्ची घटना का  उल्लेख करना चाहता हूँ। आशा है की आप लोगो को जरूर अच्छा लगेगा। 
              अमेरिका के छोटे से गांव के एक गरीब परिवार में एक बालक रहता था। मेहनत-मजदूरी करके उसे जो भी मिलता था, वह उनसे अपना खर्च चलाया करता था। 
उसको एक दिन पता चलता है कि उसके घर से थोड़ी दूरी पर एक व्यक्ति रहता है, जिसके पास जॉर्ज वाशिंगटन का जीवन चरित्र है। उसने उस व्यक्ति से पढ़ने के लिए वह पुस्तक मांग ली, पर जब लौटाने का दिन आया तो उस दिन भयंकर बारिश होने लगी। उस बरसात में वह पुस्तक भीग गई। भीगने की वजह से वह वह पुस्तक पूरी तरह से खराब हो गया। वह बालक बहुत दुखी हुआ, फिर उसने उस व्यक्ति से बोला-- "मैं आपको यह पुस्तक खरीदकर तो नहीं दे सकता, पर इसके बदले का परिश्रम करके मैं इसका मूल्य अवश्य चूका दूंगा। " वह व्यक्ति उसकी श्रमशीलता व् ईमानदारी से अत्यन्त प्रभावित हुआ। उसने वह पुस्तक भेंटस्वरूप दे दी। दोस्तों क्या आप जानते है की यह बालक कौन था? यही श्रमशील व ईमानदार बालक आगे चलकर संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन के रूप में प्रसिद्ध हुआ।  

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