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इमरजेंसी फंड

 रोटी कपड़ा और मकान के बाद आज सबसे ज्यादा जरूरी है, कि हम अपने तथा परिवार के लिए एक इमरजेंसी फंड की व्यवस्था करके रखें। आपको यह इमरजेंसी फंड न केवल आपको आर्थिक स्वतंत्रता दिलाएगा बल्कि भविष्य की आर्थिक अनिश्चितता तथा अस्थिरता को भी कम करने में आपकी मदद करेगा। अब यह सवाल उठता है कि हमारा इमरजेंसी फंड कितना होना चाहिए, तो सामान्सत़ः आज के समय में जो स्थिति है उसके हिसाब से आपके मासिक आय का 5 से 7 गुना आपके पास इमरजेंसी फंड के रूप में होना चाहिए और यह इमरजेंसी फंड आप की बचत खाता से अलग होना चाहिए। यह इमरजेंसी फंड आपको उस समय काम आएगा जब अचानक आपकी आए किसी भी कारणवश बंद हो जाए तो आपको आर्थिक झटकों से उबरने में मदद करेगा। आप इसकी शुरुआत कैसे करें आप अचानक से पैसा नहीं बचा पाएंगे इसके लिए आप धीरे-धीरे शुरुआत कर सकते हैं। शुरुआत में आपको दिक्कत आएगी लेकिन आप यह निश्चित कर ले कि आपको अपने मासिक आय का कम से कम 5 से 10 प्रतिशत हिस्से को बचत करने की कोशिश करे।ं इसके लिए भी आप खर्च से पहले बचत की सिद्धांत को अपनाएं इससे आपको अंत में बचत करने में आने वाली परेशानी से निजात मिल जाएगी। अगर आप यह सोचेंग
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धरती पर पानी की उपलब्धता

  नमस्कार दोस्तों मेरा नाम गुलाब चन्द यादव है। आज मैं आप लोगों को अपने दैनिक जीवन में पानी के महत्तव के बारे में जानकारी दे रहा हॅॅू। जैसा कि आप सभी जानते है कि इस दुनिया में सभी जीवों के लिए पानी बहुत आवष्यक है। बीना पानी के कोई भी जीव जीवित नहीं रह सकता। लेकिन क्या आपको इस धरती पर पानी की उपलब्धता के बारे में पता है।दोस्तों अब आप सोंच रहें होंगे कि इसमे नई बात क्या हेै हम सभी जानते हैं कि पुरा पृथ्वी पर तो महासागरों के रूप में जल ही जल है। जी हॅा दोस्तों हम सभी जानते हैं कि इस पृथ्वी पर तीन चैथाई भाग पर पानी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसमें से हमारे उपयोग के लायक कितना पानी है। दोस्तों सागर के पानी में विभीन्न प्रकार के लवण घुले होते है जिस कारण से यह खारा होता है। हम समुद्र के पानी का उपयोग पीने,नहाने, कपडा धोने, सिंचाई आदी के लिए इसका उपयोग नहीं कर सकते। धरती पर जीतना भी पानी उपलब्ध है उसमें से 97 प्रतिषत सागरों में है, 2 प्रतिषत बर्फ के रूप में तथा 1 प्रतिषत ही जल हमारे उपयोग के लायक हैै। जो कि नदियों, तालाबों, झीलों तथा भूमिगत जल के रूप में उपलब्ध है, जीस पर हम निर्भर हैं।

जो नसीब में है , वो चल कर आयेगा

✍ *परमात्मा वो है जो 50 टन की व्हेल मछली को भी रोज़ाना समन्दर में पेट भर खाना खिलाता है।* *तो फिर हम सिर्फ 2 रोटी के लिए इतना परेशान क्यों होते है !* जो नसीब में है , *वो चल कर आयेगा...* जो नही है, *वो आकर भी चला जायेगा...* जिंदगी को इतना सिरियस लेने की जरूरत नही यारो, *यहा से जिंदा बचकर कोई नही जायेगा...* एक सच ये है की, *अगर जिंदगी इतनी अच्छी होती,तो हम दुनिया में रोते-रोते नही आते...* लेकिन एक मीठा सच ये भी है कें, अगर ये जिंदगी बुरी होती,तो हम जाते-जाते इतने लोगो को रुलाकर ना जाते... *जी ले आज* *कल किसने देखा है....*

आप हर किसी को खुश नहीं कर सकते

दोस्तों मेरे आज के कहानी का शीर्षक है कि आप कुछ भी करिए सभी व्यक्तियों को या । सभी लोगों को आप एक साथ खुश नहीं कर स कते है । आप चाहे जो भी कर लीजिए आप कितना भी कुछ कर लीजिए किसी ना किसी के लिए आप में कुछ दोष या कुछ बुराई या कुछ कमी जरूर नजर आएगी । तो मेरे कहने का मतलब यह है, कि इस दुनिया में कोई भी व्यक्ति पूरी तरह से परफेक्ट नहीं है या संपूर्ण नहीं है ठीक है दोस्तों इस  इस संबंध में आपको मैं एक कहानी के माध्य म से यह बात बताना चाहूंगा, है तो दोस्तों बहुत कुछ दिन पहले की बात है कि किसी गांव में एक किसान रहता था । वह किसान एक दिन अपने पुत्र के साथ अपने कृषि उत्पाद को विक्रय के लिए बाजार जाता है, बाजार में उसके उस सामान की अच्छी कीमत मिलती है उसके बाद वे दोनों जब वापस आते रहते हैं तो उनको रास्ते में या यूं कहिए बाजार में ही पशुओं के मंडी में एक  विक्रय के लिए गधा दिखाई देता है । पिता पुत्र दोनों आपस में सलाह करते हैं और सोचते हैं क्यों ना हम इस गधे को खरीद लें ताकि हमारे कृषि संबंधी जो भी उत्पाद होगा उनको उठाने के लिए हमारी सहायता हो जाएगी या फिर हम हमें मदद मिल जाएगी ठीक है

जो होता है अच्छे के लिए होता है.

जो होता है, अच्छे के लिए होता है नमस्कार दोस्तों, आज मैं आप लोगों को एक कहानी बता रहा हूं जिसका शीर्षक है ' जो होता है अच्छे के लिए होता है' ठीक है. दोस्तो बहुत पहले की एक घटना है, एक राज्य में एक राजा रहता था, तो एक दिन राजा कुछ काम कर रहा था और दुर्घटनावश उसका एक हाथ का अंगूठा कट जाता है, इस बीच उसका सेनापति वहां आता है राजा दर्द से बहुत कराह रहा था. राजा को दर्द से बहुत तकलीफ हो रही थी, लेकिन उसका जो सेनापति था उसने अपने राजा से बोला महाराज जो होता है अच्छे के लिए होता है आप दुखी ना हो. तो इतना सुनकर राजा को बहुत गुस्सा आया और बोलता है मैं दर्द से तड़प रहा हूं और तुम मुझे बोल रहे हो जो होता है अच्छा होता है और वह अपने सेनापति पर बहुत नाराज होता है फिर अपने सैनिकों से कहता है कि इस दुष्ट को कारागार में डाल दो मैं यहां पर दर्द से तड़प रहा हूं और यह मेरे को समझा रहा है जो होता है अच्छे के लिए होता है. फिर इसके बाद उसके सैनिक उस सेनापति को जेल में डाल देते हैं लेकिन सेनापति कुछ नहीं बोलता अपने आप से कहता है जो होता है अच्छे के लिए होता है ऐसे ही कुछ दिन बीत जाते

Rakshabandhan

Namashkar dosto aap sabhi ko Rakshabandhan tyohar ki bahut- bahut badhai. Doston jaisa ki aap sabhi jante hain ki Rakshabandhan ka tyohar hamare bhart desh men bahut hi prem purvak manaya jata hai. Rakshabandhan ke din sabhi bahane apne bhai ke kalai par rakhi bandhti hai. Is din sabhi bahan apne bhai se apni Rakaha ke liye Rakhi bandha karti hain. Rakshanbandhan ka tyohar bhai Aur bahan ke prem ka tyohar hai. Happy Rakshbandhan.

भारत

भारत का क्षेत्रफल 3287263 वर्ग किलोमीटर है.  भारत की स्थिति 8 0 4’ से 37 0 6’ मिनट उत्तरी अक्षांश में स्थित है. भारत की देशांतर स्थिति 68 0 7’  से 97 0 25’ पूर्वी देशांतर है. भारत का विस्तार उत्तर से लेकर दक्षिण 3214 किलोमीटर है, भारत का विस्तार पूर्व से पश्चिम की ओर 2933 किलोमीटर है भारतीय सीमा 15200 किलोमीटर तक है जबकि इसकी समुद्र तट की लंबाई 7516.6 किलोमीटर है. इसके कुछ राष्ट्रीय प्रतीक चिन्हों के बारे में हम जानते हैं. राष्ट्रीय ध्वज संविधान सभा ने 22 जुलाई 1947 को अपनाया 26 जनवरी 2002 से भारतीय ध्वज संहिता-2002 प्रभावी है राज-चिन्ह भारत सरकार ने 26 जनवरी 1950 को अपनाया यह अशोक के सारनाथ स्तंभ की अनुकृति है मूल स्तंभ में शीर्ष पर 4 दिन सिर्फ पर जाती है भारत के राज्य चिन्ह का उपयोग भारत के राजकीय अनुचित उपयोग अधिनियम 2005 के तहत नियंत्रित होता है. राष्ट्रगान जन गण मन 24 जनवरी 1950 को अपनाया गया राष्ट्रीय पंचांग कैलेंडर के साथ-साथ शक संवत पर आधारित है इसे 22 मार्च 1957 को अपनाया गया भारत का संविधान 26 नवंबर 1949 को बनकर तैयार हो गया और इसके कुछ अंशों